अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट में माझी जनजाति के लोग बरातियों का स्वागत सज धजकर नहीं बल्कि कीचड़ में लोटकर करते हैं। होली पर्व के आसपास माझी जनजाति के युवक-युवतियों का विवाह होता है। माझी जनजाति के लोगों का गोत्र पशु, पक्षियों के नाम पर है। इसमें भैंसा, मछली, नाग, सुगा (तोता) आदि हैं।
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